मुख्यमंत्री को भेजा पत्र की साप्ताहिक छुटटी दिलाने की मांग
लेबर कर्मियों ने व्यापारियों पर लगाया बंधुआ बनाकर रखने का आरोप
जेवर। कस्बा स्थित बाजार में व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर मजदूरी करने वाले लेबर कर्मियों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर जेवर में साप्ताहिक छुटटी दिलाने की मांग करते हुए साप्ताहिक बन्दी का कडाई के साथ पालन कराये जाने की मांग उठाई है।
नगर के बाजार स्थित व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर मजदूरी करने वाले नीरज सुनील कुमार फैसल अजीत अंकित सैनी अमित यतीश राजेश बन्टी नवीन कुमार नरेश कुमार राकेश अंकुर मोहित रवि आमिर सलमान मुशाहिद विशाल राहुल पवन ललित ठाकुर विपिन राठौर दिनेश दक्षु हरिओम मांगरोल सुकेश शर्मा आकाश गोस्वामी सनी राजू विनोद राणा राम अवतार गया लाल सचिन जितेन्द्र मांगरौल गुलबर अंकुश फकीरा मेंहदी सोनू जोगी रिंकू संजय शर्मा जावेद भाई आदि दर्जनों मजदूरों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में कहा कि वह अपने परिवारों के भरण पोषण के लिए स्थानीय व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर मजदूरी का कार्य करते हैं। सरकारी कर्मचारियों एवं कम्पनिीयों में कार्य करने वाले लोगों को सप्ताह में एक व महिने में चार और त्यौहारों पर अतिरिक्त छुटिटयां दी जाती हैं। मगर विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के चलते जेवर में व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर मजदूरी करने वाले मजदूरों को सप्ताह में कोई छुटटी नहीं दी जाती। जिस कारण मजदूर वर्ग अपने घर के पारिवारिक कार्य भी पूरे नहीं कर पाते हैं वैसे तो नगर में साप्ताहिक बन्दी का दिन जिला प्रशासन द्वारां घोषित किया हुआ है तथा सोमवार को छुटटी का दिन नियत किया गया है। मगर वास्तविकता तो यहां कुछ और ही है यहां व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर कार्य करने वाले मजदूरों को कोई छुटटी नहीं दी जाती है। अगर प्रतिष्ठान बन्द होते हैं प्रतिष्ठानों पर नौकरी कर रहे मजदूरों को व्यापारियों द्वारा अपने घर बुलाकर घर के तमाम कार्य कराये जाते हैं आरोप है कि उनके साथ व्यापारियों द्वारा बंधुआ मजदूरों जैसा सुलूक किया जाता है। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों पर मजदूर वर्ग की अनदेखी करने और व्यापारियों से मिलीभगत करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह सप्ताह के सातों दिन तथा महिने के पूरे तीस 31 दिन साल से साल कार्य करते हैं। अगर कोई मजदूर किसी कारणवश छुटटी कर लेता है तो उसकी मजदूरी से उतने दिन की मजदूरी की रकम काट दी जाती है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री मा0 योगी आदित्यनाथ से व्यापारियों द्वारा मजदूरों के साथ की जा रही ना इंसाफी और छुटटी की कटौती को रोकने तथा साप्ताहिक बन्दी वाले दिन की छुटटी दिलाए जाने की मांग की है।
क्या कहते हैं व्यापारी नेता कुलदीप पंडित
उक्त मामले के सम्बन्ध में व्यापारी नेता व गल्ला मण्डी व्यापार संघ के संरक्षक कुलदीप पण्डित का कहना है कि नगर के मेंन बाजार के कुछ व्यापारियों ने श्रम विभाग से छुटटी के दिन खोलने हेतु लासेंस बनवा रखे हैं वही दुकानदार साप्ताहिक बन्दी सोमवार के दिन अपने प्रतिष्ठान खोलते हैं। व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर कार्य कर अपने परिवार को चला रहे मजदूर भाई भी उन्हीं के भाई हैं मजदूरों द्वारा व्यापारियों पर बंधुआ बनाने जैसा व्यवहार किए जाने का आरोप लगाना गलत है व्यापार संगठन व्यापारियों एवं मजदूरों के हित की लडाई लड़ता है और आगे भी लड़ता रहेगा।