कुल शरीफ के बाद एक मार्च को सम्पन्न हुआ सुल्तान उल औलिया हज़रत बाबा शकर बरस रहमतुल्लाही अलैय का 565वाॅं उर्स मुबारक
जेवर। सुल्तान उल औलिया हज़रत बाबा शकर बरस सब्जबारी रहमतुल्लाही अलैय बड़ी सरकार पर 25 फरवरी से शुरू हुआ पांच दिवसयी 565वाॅं उर्स मुबारक एक मार्च को कुल शरीफ के बाद सम्पन्न हो गया। जिसकी शुरूआत बाबा की मजार पर चादर व गुलपोशी एवं उर्स कमेटी के अध्यक्ष द्वारा झण्डा नवस किए जाने के बाद मीलाद शरीफ से हुई।
मेला उर्स कमेटी के महासचिव हमीद ठेकेदार व उपाध्यक्ष वकील सलमानी ने जानकारी देते हुए बताया कि सुल्तान उल औलिया हज़रत बाबा शकर बरस सब्जबारी रहमतुल्लाही अलैय की दरगाह शरीफ पर चले गंगा जमुनी तहजीब के ऐतिहासिक पांच दिवसयी 565वाॅं मेला उर्स कमेंटी के तत्वाधान में गत वर्षों की तरह इस साल भी 25 फरवरी से प्रारम्भ होकर मेला उर्स शरीफ बड़ी शानो शौकत के साथ मनाया गया। जिसमें आयोजित मुकाबला कव्वाली कार्यक्रम का शुभारम्भ नगर चेयरमेंन पहलवान नारायण माहेश्वरी के द्वारा फीता काटकर किया गया। इस दौरान उन्होंने दरगाह शरीफ की सड़क का निर्माण कराये जाने का आश्वासन दिया। तदपश्चात कव्वाल इंतजार साबरी बिजनौर व साहिबा चिस्ती बनारस के बीच तमाम रात जोरदार मुकाबला चलता रहा। इस दौरान उन्होंने बताया कि इस्लामी कैलेण्डर के शाबान माह की 14 तारीख़ 25 फरवरी 2024 को शब-ए-बरात के दिन हर साल दरगाह शरीफ परिसर से पहले प्रवेश द्वारा तक रोशनी का विशेष प्रबन्ध किया जाता है। इस मौके पर सलीम राव सलीम सलमानी समीर सलमानी शकील अहमद इस्लाम डेन्टर हाली बादशाह राईन बल्लू खलीफा जी सहित सभी मेला उर्स कमेंटी के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।