जहांगीरपुर के युवक की दिल्ली में हुई संदिग्ध परिस्थयों में मौत
अठारह 18 दिनों के बाद हुई परिजनों को जानकारी मचा कोहराम
जेवर/ग्रेटर नोएडा/जहांगीरपुर। तकरीबन अठारह दिन पूर्व कस्बा जहॉंगीरपुर निवासी एक युवक की दिल्ली में संदिग्ध परिस्थयों में मौत हो जाने और पहचान नहीं होने पर दिल्ली स्थित रेलवे पुलिस ने उक्त युवक का अंतिम संस्कार कर दिया। जिसकी जानकारी मृतक युवक के स्वजनों को हुई तो घर में कोहराम मच गया युवक की रेल हादसे में मौत होने और रेलवे पुलिस ने अंतिम संस्कार किए जाने से कस्बे में गम का माहौल है।
जानकारी के मुताबिक जहांगीरपुर के मौहल्ला व्यापारियान-2 निवासी डॉ0 मुस्ताक सैफी दिल्ली जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफेसर के पद से रिटायर होने के बाद जहांगीरपुर कस्बे में ही रहते हैं। उन्होंने बताया कि जामिया यूनिवर्सिटी में नौकरी करने के दौरान उन्होंने ओखला के जाकिर नगर में भी एक मकान खरीदा हुआ .था। उनका बेटा मौहम्मद समर सैफी 34 जहांगीरपुर में ग्राफिक्स का काम करता था। 22 जून को वह दिल्ली गया था एक सप्ताह तक वह मुस्तफाबाद दिल्ली में अपनी बहिन के घर पर रहा तथा 30 जून को जाकिर नगर स्थित अपने मकान पर पहुंचा। उसके बाद वह सुंदर नगरी दिल्ली में अपनी छोटी बहन के घर पहुंचा। 1 जुलाई को अपनी बहिन को साथ लेकर जाकिर नगर आ गया। जहां से अगले दिन वह अपनी बहिन को साथ लेकर जहांगीरपुर आने वाला था। देर शाम वह कपड़े खरीदने की कहकर बाजार गया था लेकिन वापिस नहीं लौटा। 3 जुलाई को स्वजनों ने जामिया नगर थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 18 जुलाई को निजामुद्दीन रेलवे पुलिस द्वारा उन्हें अज्ञात शव मिलने की जानकारी दी तथा फोटो व कपड़े आदि से पहचान के थाना आने को कहा। शुक्रवार देर शाम स्वजन रेलवे थाना निजामुद्दीन पहुंचे तो फोटो व कपड़े देखकर उनके होश उड़ गए। स्वजनों को पुलिस ने बताया कि 1 जुलाई को रेल दुर्घटना में युवक की मृत्यु हो गई थी। पुलिस द्वारा मृतक की पहचान कराने की कोशिश की गई। पोस्टमार्टम के बाद आठ जुलाई को उसका मुस्लिम रीति रिवाज से अंतिम संस्कार कर दिया गया। जामियानगर थाने में कराई गई गुमशुदगी के आधार पर रेलवे पुलिस द्वारा शुक्रवार को स्वजनों को पहचान करने के लिए बुलाया गया युवक की मौत से स्वजनों व कस्बे में सन्नाटा पसरा है।