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शहरीकरण के नाम पर भूमि अधिग्रहण उलंघन से नाराज राकियू ने किया तिरथली कट पर महापंचायत का आयोजन

रबूपुरा/जेवर। यमुना प्राधिकरण द्वारा शहरीकरण के नाम पर जेवर में भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 का खुलेआम उलंघन किए जाने से नाराज राष्ट्रीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को तिरथली फलैदा कट पर किसान मजदूरों के हित को लेकर महापंचायत का आयोजन किया गया। और किसानों को 64.7 प्रतिशत अतिरिक्त मुआवजा व 7 प्रतिशत आवासीय भूखण्ड शीघ्र दिए जाने की मांग करते हुए महापंचायत स्थल पर पहुॅंचे एसडीएम जेवर अभय सिंह को प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री कृषि मंत्री एवं उद्योग मंत्री को सम्बोधित एक ज्ञापन दिया।
तरिथली फलैदा कट पर मजदूर व किसानों की मांगों को लेकर आयोजित महापंचायत को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव शाहिद प्रधान ने कहा कि यमुना प्राधिकरण जेवर के किसान मजदूरों के साथ खुलेआम धोखा कर रहा है भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 का कतई पालन नहीं कर रहा है। जेवर क्षेत्र के किसानों ने मा0 मुख्यमंत्री जी और क्षेत्रीय विधायक ठाकुर धीरेन्द्र सिंह के एक ही कहने पर पी0पी0पी0 माॅडल पर बनने वाली परियोजनाओं के लिए खुशी खुशी अपनी जमीनें देदी थीं जिसका जीता जागता उधारण जेवर एयरपोर्ट है। मगर यमुना विकास प्राधिकरण समूचित सरकार के सुनियोजित विकास के नाम पर बिल्डरों एवं भूमाफियाओं के साथ मिलकर क्षेत्र का सुनियोजित विनास कर रहे हैं। यमुना आॅथारिटी पूरी तरह से पूॅंजीवाद की गोद में बैठकर सरकारी बिल्डर का कार्य कर रही है इन्हें जन सरोकार एवं किसानों के हितों की कोई परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं यीडा के लोग बिल्डरों से मिलकर हमारे भूगर्भ जल का दोहन करने के साथ ही अवैध खनन में भी पुलिस प्रशासन के सहयोग से पर्सनल गार्डों से ग्रामीण किसानों के साथ मारपीट तक कर देते हैं जेवर के किसानों को लम्बा समय गुजर जाने के बाद भी न तो 64.7 प्रतिशत मुआवजा दिया जा रहा और न ही 7 प्रतिशत आबादी प्लाट दिए हैं वल्कि इसके विपरीत किसानों की जमीन पर जबरन कब्जा लेकर बिल्डरों के हवाले कर रहे हैं। जिला अध्यक्षक इकपाल सिंह सिवाच व राष्ट्रीय अध्यक्ष ठा0 बिजेन्द्र सिंह ने कहा कि करीब 6 साल बीत जाने बाद भी प्राधिकरण द्वारा उन किसानों के बच्चों कोई रोजगार भत्ता व नौकरी नहीं दी गई है जिन किसानों ने जेवर एयरपोर्ट के प्रथम चरण हेतु जमीनें देते समय साढ़े पांच लाख के बदले अपने बच्चों के लिए नौकरी का विकल्प चुना था। महापंचायत को भोलू हुकमचन्द शर्मा रविन्द्र सिंह चैधरी आदि अनेको किसानों ने सम्बाधित किया मजदूर किसान महापंचायत में गजराज सिंह कालूराम पप्पू शफीक रंजीत हाजी रहमत कालीचरन सूबेदार मेचना सिंह कर्मइलाही अमीन खाॅं मेजर राशिद हेता मुशर्रफ छौंकर सहित हजारों की संख्या में किसान मौजूद रहे।

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