जन सेवा केंद्र संचालक से साठगांठ कर एक युवक ने प्रलोभन देकर खाता खुलवाकर हजारों रुपए उड़ाए
टप्पल। थाना अंतर्गत कस्बा टप्पल में क्षेत्रीय गांवों के नाम से कई दर्जनों लोगों ने जन सेवा केंद्र एवं बैंक मित्र नाम से अनेकों सेंटर टप्पल बैंकों के आसपास नियम विरुद्ध खोल कर भोले भाले लोगों से विभिन्न तरीके अपनाते हुए धन ऐंठ रहे हैं लेकिन अलीगढ़ जिला प्रशासन व थाना टप्पल पुलिस ने इन अवैध गोरख-धंधे को चलाने वाले साइबर ठगों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जो लोगों को तरह-तरह का प्रलोभन देकर अपने मकड़ जाल में फंसा लेते हैं और जब भंडाफोड़ होता है तो कुछ जन सेवा केंद्र एवं बैंक मित्र केंद्र के ठेकेदार प्रकरण को ले देकर रफा दफा करा देते हैं जिसकारण काफी लोग उक्त गोरख्धन्धा करने वाले लोगों के समय-समय पर शिकार हुए हैं।
उक्त प्रकरण का भंडाफोड़ उस समय हुआ जबकि एक गरीब अनपढ़ व्यक्ति मुस्तकीम पुत्र शहजाद निवासी टप्पल जनपद अलीगढ़ ने आपबीती बताते हुए कहा कि वह सीधा साधा अनपढ़ व्यक्ति है लगभग 15-20 दिन पूर्व कस्बा टप्पल का ही रहने वाला धीरज पुत्र प्रेम सिंह नामक व्यक्ति उनके पास उसने उन्हें 500 रूपये का लालच देकर थाना टप्पल के निकट स्थित आईपीपीबी के बैंक पॉइंट की दुकान पर ले गया और धीरज व बैंक पॉइंट दुकान संचालक विशाल दीक्षित निवासी मिल्क फतेहपुर ने मिलकर धोखे से मेरा आधार कार्ड ले लिया और मशीन पर मेरा अंगूठा लगवाने के बाद उन्हें 500 रू0 देकर भेज दिया। कुछ दिन बाद इस प्रकरण को मैंने लोगों को बताया तो लोगों ने आधार कार्ड चेक कराने को कहा उन्होंने अपना आधार कार्ड चेक कराया तो पता चला कि उक्त लोगों ने उनके नाम से खाता खोल लिया है और उसमें 44992 रुपए माईनस में दिखाए गए हैं। इस धोखाधड़ी के संबंध में जब मैंने आरोपी धीरज से इस बाबत बात की तो उसने सच्चाई नहीं बताते हुए उल्टा उन्हें धमकाते हुए जान से मारने व एससी एक्ट में फंसाने की धौंस देकर भगा दिया। पीड़ित मुस्तकीम ने अपने साथ घटित हुई धोखाधड़ी की लिखित शिकायत थाना टप्पल और तहसील सम्पूर्ण समाधान दिवस में करते हुए दोनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर थाना टप्पल में दर्ज कराने तथा उनके द्वारा पीड़ित के नाम से खोले गए खाते को बंद कराने की मांग की है। समाचार लिखे जाने तक थाना टप्पल पुलिस ने पीड़ित मुस्तकीम को अपने साथ लेकर आरोपी बैंक मित्र विशाल दीक्षित के केंद्र पर छापा मारा है, लेकिन आरोपी लोगों को थाना टप्पल पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया है और ना ही धोखाधड़ी की रिपोर्ट ही थाना टप्पल में दर्ज की है जिससे पीड़ित व्यक्ति मुस्तकीम काफी भयभीत एवं डरा हुआ है।