निरन्तर रिमझिम हो रही बारिस व हथिनी कुण्ड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण यमुना नदी का जल स्तर बढ़ा सैंकड़ों बीघा फसल जलमग्न
जेवर। हथिनी कुण्ड बैराज से छोड़े गए पानी एवं निरन्तर हो रही बारिस के चलते यमुना नदी का यकायक जल स्तर बढ़ जाने से क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं जिससे खेतों में किसानों की सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो बरबादी के मुहाने पर पहुॅंच गई है। क्षेत्र के यमुना तटीय गांव झुप्पा कलां झुप्पा खुर्द छातंगा कलां छातंगा खुर्द छोटी बड़ी कानीगढ़ी गोविन्दगढ़ और जेवर खादर शमशम नगर पूरन नगर आदि तकरीबन दर्जनभर गांवों के किसानों के खेतों में बाढ़ का पानी भर जाने कारण किसानों की फसल पूरी तरह से बरबाद होती दिखाई दे रही है। उक्त गांवों के अधिकांश किसानों का कहना है कि इस बार दिन रात हो रही मोसमी बारिस के कारण पानी भर जाने से खेतों में चारों ओर पानी ही पानी नज़र आ रहा है। गांव शमशम नगर निवासी भारतीय किसान यूनियन एकता के राष्ट्रीय अध्यक्ष हुकम चन्द शर्मा का कहना है कि एक ओर बारिस थमने का नाम नहीं ले रही है तो वहीं दूसरी ओर हथिनी कुण्ड बैराज से बारी बारी से पानी छोड़ा जा रहा है जिससे यमुना का जल स्तर बढ़कर खतरे के निशान से ऊपर पहुॅंच चुका है उन्होंने शासन प्रशासन के अधिकारियों से क्षेत्र में बाढ़ के कारण बरबारद होने वाली फसलों का मुआयना कराकर पीड़ित किसानों को तत्काल मुआवजा दिलाने की मांग की है। लगातार निरन्तर हो रही बारिस के कारण हथिनी कुण्ड बैराज से छोड़े गए पानी के मददेनज़र तहसील प्रशासन भी रैड अलर्ट पर है बाढ़ चैकियां बनाकर लगातार जलस्तर की माॅनिटरिंग कर बाढ़ के पानी की चपेट में आने वाले पीड़ित किसानों को ढ़ाडस बंधा रहा है।