मेंहदीपुर की जामा मस्जिद में आयोजित हुई जमीअत उलेमा-ए-हिन्द की बैठक
जेवर। सोमवार 25 मुहर्रम-अल-हराम हिजरी सन 1447/21 जुलाई को गांव मेंहदीपुर स्थित जामा मस्जिद में सामाजिक इस्लाह को लेकर जमीअत उलेमा-ए-हिन्द गौतमबुद्धनगर के जिम्मदार आइम्मा हजरात द्वारा एक बैठक मुनाक्किद की गई। जिसका आगाज मुफ्ती मोहम्मद हसन के संचालन में मुफ्ती मोहम्मद नदीम कलाम पाक की तिलावत कर किया गया।
सोमवार को मेंहदीपुर स्थित जामा मस्जिद में आयोजित इस्लाही बैठक को सम्बोधित करते हुए जामा मस्जिद जेवर के इमाम व खतीब मुफ्ती मोहम्मद नासिर ने कहा कि कल मुस्लिम मुआसरे में आज-कल अनेकों रस्मो रिवाज एवं खुराफातों ने जगह बना ली हैं। उन्होंने कहा कि लोगों से अपील करते हुए कहा कि शादी विवाह के दौरान निभाई जा रही रसुमातों एवं नाच गानों जैसी खुराफातों से बचने की तरगीब दी। बैठक को सम्बोधित करते हुए मुफ्ती मुहम्मद हसन ने उपस्थित लोगों से जमीअत उलेमा ए हिन्दी की सदस्यता ग्रहण करने की अपील की इस दौरान सामाज में फैली विभिन्न प्रकार की खराबियों को दूर कर सामाजिक इस्लाह हेतु जमीअत उलेमा ए हिन्द से जुड़ने की अपील की। उन्हें लोगों से अपने जीवन को ठीक तरह से जीने के लिए प्रोत्साहित किया विशेष रूप से शादी की रस्मों और नृत्य से बचने के लिए प्रोत्साहित किया, अंत में, मुफ़्ती मोहम्मद हसन ने जमियत और जमात -ए-इस्लामी के काम का एक संक्षिप्त परिचय दिया। इस मौके पर मौलाना हसरत साहब मौलाना इरशाद साहब हफिज़ फाहिमुद्दीन साहब फखरुद्दीन हाजी शौकत भाई असगर आदि सहित अनेको लोग मौजूद रहे।