अतिक्रमण हटाने के दौरान हुए विवाद के आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज सफाई कर्मचारियों ने की हड़ताल शुरू
नगर पंचायत कार्यालय के गेट पर जड़ा ताला कहा इंसाफ नहीं तो काम भी नहीं
जेवर। विगत एक सप्ताह पूर्व शासनादेश पर नगर पंचायत कर्मचारियों द्वारा नगर में चलाये अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत अतिक्रमण हटाने के दौरान मुख्य चौराहे के निकट कुछ व्यापारियों से हुए विवाद के आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया मगर अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं कर सफाई कर्मियों के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया। जिससे नाराज नगर पंचायत के कर्मचारियों ने मंगलवार से हड़ताल शुरू कर दी तथा नगर पंचायत परिसर में धरने पर बैठे गए है। और आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन ने आरोपियों की गिरफ्तारी करने की बजाय सुलह कराने का दबाव बनाने के लिए उनके खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया है। उनका कहना है कि पुलिस प्रशासन ने आरोपियों के प्रति पूरी तरह से लचर रवईया अपना रखा है जिससे आरोपी खुलेआम सीना चौड़ाकर घूम रहे हैं। जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक वह नगर में सफाई व्यावस्था का कार्य नहीं करेंगे। उन्होंने पुलिस प्रशासन के वरिष्ट अधिकारियों से आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने की मांग की है।
सफाई हवलदार राजेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि शासनादेश के मुताबिक नगर पंचायत में अधिशासी अधिकारी का पदभार संभाल रहे न्यायिक उपजिला मजिस्ट्रेट विवेक कुमार सिंह भदौरिया के लिखित आदेश पर कार्यालय लिपिक शिवकुमार सिंह द्वारा नगर में करीब तीन दिन अतिक्रमण हटाने की मुनादी कराई जिसके बाद 19 नवम्बर को नगर पंचायत का अतिक्रमण हटाओं दस्ता जेसीबी मशीन एवं नगर पंचायत के सफाई कर्मचारियों के सहयोग अतिक्रमण हटाता हुआ नगर के मुख्य चौराहा के निकट टप्पल रोड़ स्थित एक परचून किराना की दुकान पर नाले पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने लगा तो उसको व्यापारियों के विरोध का सामना करना पड़ा और इस दौरान हाथापाई से शुरू हो बात बढ़कर पथरबाजी और लाठी डण्डों तक पहुॅंच गई जिनके प्रहार से आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए तथा बिजेन्द्र नामक एक सफाई नायक सहित कई सफाई कर्मी घायल हो गए। जिसकी सूचना स्थानीय पुलिस में देकर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही की मांग की गई रिपोर्ट दर्ज नहीं होने पर नगर पंचायत के सफाई कर्मचारी इकटठा होकर जुलूस की शक्ल में कोतवाली पहुॅंचे और पुनः रिपोर्ट कराने मांग करने लगे पुलिस ने उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया मगर वह आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की जिद पर अड़ गए पुलिस ने उनकी रिपोर्ट दर्ज कर ली मगर अभी तक नाजदों की कोई गिरफ्तारी नहीं की और दूसरी ओर से सफाई कर्मचारियों के खिलाफ उल्टा रिपोर्ट दर्ज कर जिससे सफाई कर्मचारी नाराज हो गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मंगलवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए उनका कहना है कि स्थानीय पुलिस पहले आरोपियों की गिरफ्तारी कर जेल भेजे और उनके खिलाफ दर्ज किए मुकदमे को वापस ले इससे पहले वह किसी भी सूरत में सफाई आदि का कार्य नहीं करेंगे।
अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के नगर अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को भेजा पत्र की न्याय दिलाने की मांग
अखिल भारतीय सफाई मजदुर कांग्रेस के नगर अध्यक्ष व सफाई नायक राजेश कुमार उर्फ पप्पू ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर अतिक्रमण हटाते समय हुई घटना से रूबारू कराते हुए कहा कि बीते 19 नवम्बर को नगर के मुख्य चौराहा स्थित कुछ व्यापारियों ने अतिक्रमण हटाओं दस्ते में शामिल सफाई कर्मचारियों पर हमला कर दिया और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया जिसके सम्बन्ध में स्थानीय पुलिस प्रशासन को अवगत कराया गया। आरोपी पक्ष पर कार्यवाही नहीं हुई तो सफाई कर्मियों ने सफाई कार्य बन्द कर दिया जिसके बाद नामजद आरापियों के खिलाफ मामला दर्ज होने पर कार्य पर लोट आये मगर उसके तुरन्त बाद ही पुलिस ने आरोपी पक्ष की ओर से भी सफाई कर्मियों व वर्तमान चेयरमेंन पहलवान नारायण माहेश्वरी के पुत्र के खिलाफ झूॅंटा मुकदमा दर्ज कर दिया जिससे सफाई कर्मचारियों में गुस्सा भड़क उठा। और मंगलवार को कार्य छोड़ नगर पंचायत कार्यालय में ताला जड़ दिया। उन्होंने अपनी मांगें दोहराते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी मामले में लचर रवईया अपना रहे अधिकारियों का जेवर से स्थानान्तरण करे और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजे साथ सफाई कर्मियों के खिलाफ हुए मुकदमे को खत्म करायें। उन्होंने चेतावनी भरे स्वर में कहा कि अगर जल्दी ही सफाई कर्मचारियों के खिलाफ हुए मुकदमे को खत्म नहीं कराया और उक्त मामले के नामजद आरापियों को गिरफ्तार कर जेल नहीं भेजा गया तो जेवर का बाल्मीकि समाज जेवर से पलायन करने को विवश होगा।