गल घोटू बीमारी की चपेट में आने से भैंसे की मौत
किसान ने लगाया पशु चिकित्सा विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप
जेवर। मौहल्ला मॉडलपुरिया निवासी बृजमोहन सिंह नामक किसान ने पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर स्थानीय पशु चिकित्सालय पर तैनात चिकित्सक व कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की गुहार लगाते हुए गल घोटू बीमारी के कारण मौत के गाल में समाये भैंसे से हुई आर्थिक हानि की भरपाई किए जाने की मांग की।
मौहल्ला मॉडलपुरिया जेवर निवासी बृजमोहन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में गुहार लगाते हुए कहा कि उनके पास परिवार के पालन पोषण हेतु एक मात्र साधन भैंसा ही था। वह भैंसा बुग्गी के माध्यम से परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। उन्होंने कहा हर साल मई जुन के माह में पशु पालन विभाग द्वारा पशुओं में फैलने वाली गल घोटू सुर्रा एवं खुर पका व मूॅह पका जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए टीकाकरण अभियान चलाकर पशुओं का टीकाकरण किया जाता था मगर इस बार विभाग द्वारा किसी भी तरह का कोई टीकाकरण अभियान नहीं चलाया गया। जिस कारण किसानों मजदूरों के पशु गल घोटू जैसी घातक बीमारियों की चपेट में आकर काल का ग्रास बन रहे हैं। उन्होंने ब्लाक परिसर स्थित पशु चिकित्सक व कर्मचारियों पर सूचना दिए जाने के बाद भी उनके भैंसे का इलाज नहीं करने और घोर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर स्थानीय पशु चिकित्सक द्वारा उनके भैंसे का समय रहते उपचार किया होता तो शायद उनके भैंसे की जान नहीं जाती उन्होंने स्थानीय पशु चिकित्सक व उनके अधिनस्थों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही किए जाने और आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग की है।