रमज़ान के आखिरी जुमे अलविदा में नमाज़ियों से छोटी पड़ी मस्जिदें देश में अमन शान्ति सदभावना व तरक्की की दुआ के लिए उठे हजारों हाथ
जेवर। (जेवर न्यूज़) नगर व सम्पूर्ण तहसील क्षेत्र में रमज़ान के आखिरी जुमे अलविदा जुमे की नमाज़ शान्तिपूर्ण माहौल में अदा की गई। इस दौरान मस्जिदों के आस-पास पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। तथा नगर से लेकर ग्रामीण इलाकों में किसी भी स्थान पर सड़कों पर नमाज़ अदा नहीं की गई। मस्जिद परिसर में ही अकीदतमंन्द रोजदारों ने अल्लाह की बारगाह में सिर झुकाने बाद बारगाह ए इलाही में हाथ उठाकर दुआएं मांगी। जिम्मेदार पुलिस प्रशानिक अधिकारियों के साथ साथ खुफिया एजेंसियां भी सुबह से ही माहौल का जायजा लेती रहीं। और सभी स्थानों पर शान्तिपूर्ण माहौल में नमाज़ सम्पन्न हो जाने के बाद ही दोपहर करीब ढ़ाई बजे सुरक्षा व्यवस्था में लगे प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
बताते चलें कि रमज़ान मुबारक माह के आखिरी जुमे को अलविदा जुमा कहा जाता है। आखिरी जुमे को रोजेदार नमाज़ की अदायगी के लिए खास तौर से जामा मस्जिद पहुॅंचते हैं। शुक्रवार 25वें रोजे को रमज़ान माह का आखिरी जुमा था जिसको लेकर पुलिस एवं प्रशासन के लोग पिछले तीन चार दिन से नमाज़ का सुरक्षा प्लान बनाने में लगे हुए थे तो वहीं रोजेदार रमज़ान माह के आखिरी जुमे को काफी खुशनुमा माहौल में विदा करने की तैयारी में लगे थे। तथा शुक्रवार यानी अलविदा जुमे को रोजेदार सहरी के बाद से ही घरों से लेकर मस्जिदों तक जुम्मातुल विदा की नमाज़ अदायगी की तैयारियों में जुट गए थे। तो वहीं दूसरी ओर दिन निकलते ही पुलिस एवं प्रशासन के लोगों ने सुरक्षा मोर्चा संभाल लिया और नगर की जामा मस्जिद के अलावा क्षेत्र की सभी मस्जिदों के आस-पास काफी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया। दोपहर तकरीबन 12 बजे से ही नगर की जामा मस्जिद का परिसर नमाजियों से खचाखच भर गया अन्य मस्जिदों मे भीं कमोवेश यही हाल रहा मस्जिद प्रबन्ध समितियों व नमाजियों ने प्रशासनिक स्तर से मिली गाइडलाइन पर पूरी तरह अमल किया कहीं भी किसी भी स्थान पर सड़क पर नमाज अदा नहीं की गईं नगर की जामा मस्जिद में इमाम खतीब मुफ्ती मोहम्मद नासिर कासमी साहब ने नमाज़ अदा कराई। वहीं जामा मस्जिद एहलेहदीस में मौलाना मोहम्मद आलम बाजार वालीें मस्जिद में कारी मारूफ ने सराय मस्जिद में मौलाना जाकिर ने मस्जिद अंसारियान में मुफ्ती शमीम ने कुरैशियान में मुफ्ती अतीक अहमद ने नमाज़ अदा कराई। इस दौरान जामा मस्जिद के इमाम खतीब मुफ्ती मोहम्मद नासिर ने मौजूद लोगों को सम्बोधित करते हुए रमज़ान व आखिरी असरे की फजीलत बयान की और कहा कि यह रमज़ान माह का आखिरी असरा चल रहा है इस असरे में पांच रातें ऐसी हैं जिनको लैलतुल कद्र कहा जाता है इन रातों में इंसान खूब इबादत कर अपने गुनाहों से सच्ची पक्की तौबा कर अपनी बखसिस करा लंे। उन्होंने कहा कि सभी लोग ईद उल फितर की नमाज़ से पहले सदकातुल फितर गरीबों को दे दें।